ज्योतिष में धूमकेतु: परिवर्तन के अग्रदूत और ब्रह्मांडीय संदेशवाहक
07 Jun 2025
ज्योतिष शास्त्र में धूमकेतु शक्तिशाली ब्रह्मांडीय संदेशवाहक होते हैं जो अचानक परिवर्तन, रूपांतरण या जागृति का संकेत देते हैं। वे अक्सर प्रमुख विश्व घटनाओं के दौरान दिखाई देते हैं, जो व्यवधान या नई शुरुआत के दैवीय शगुन के रूप में कार्य करते हैं। व्यक्तिगत चार्ट में दुर्लभ होने पर भी, उनकी उपस्थिति व्यक्तियों या राष्ट्रों के लिए प्रभावशाली, कर्मिक बदलावों को दर्शाती है।
क्या 57 दिनों तक दोहरा चंद्रमा भारतीय ज्योतिष को विफल कर देगा?
23 Sep 2024
क्षुद्रग्रह 2024PT5, एक दुर्लभ मिनी मून, 29 सितंबर से 25 नवंबर, 2024 तक पृथ्वी की परिक्रमा करेगा, उसके बाद अपने सौर पथ पर वापस लौटेगा। हालांकि दूरबीनों के बिना इसे देखना बहुत मुश्किल है, लेकिन यह खगोलविदों को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण और संभावित अंतरिक्ष संसाधनों का अध्ययन करने का मौका देता है।